मंदिरों में पहुंचकर महिलाओं ने छठ पूजा कर पुत्र की लंबी उम्र की कामना की,

बजरंग चौक स्थित मुनि बाबा के मंदिर में महिलाओं ने हल छठ की पूजा की एवं कथा सुनी,खंडवा। भारत की भूमि इस भारतवर्ष में धर्म और संस्कृति की परंपरा अनुसार त्योहार मनाए जाते हैं, यह पहला देश है जहां त्योहारों का सिलसिला लगातार चलता रहता है, भादो मास में मुख्य रूप से भगवान श्री गणेश महोत्सव उत्साह पूर्वक मनाया जाता है, गणेश महोत्सव के बीच रविवार को जहां ऋषि पंचमी मनाई गई वहीं सोमवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को हल छठ के रूप में मनाया गया,

समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि हल छठ का पर्व बच्चों के सुख समृद्धि और दीर्धायु जीवन की कामना के लिए विभिन्न शिवालयों, मंदिरों तथा स्थापित गणेश प्रतिमा विग्रहों के पांडालों पर परंपरागत पूजा अर्चना के साथ प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी मनाया गया। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि नगर के मंदिरों में जहां महिलाओं ने छठ पर्व पर जाकर पूजा अर्चना की एवं विद्वान पंडितों द्वारा सुनाई गई छठ पर्व की कथा सुनी, छठ का व्रत महिलाएं संतान सुख के लिए करती है इस व्रत को करने से संतान पुत्र को अच्छा स्वास्थ्य और लंबी आयु की प्राप्ति होती है,

भगवान श्री कृष्ण माता पार्वती की पूजा इस दिन की जाती है, भगवान बलराम का जन्म भी छठ के दिन ही हुआ था, खंडवा के मंदिरों में महिला द्वारा पूजा अर्चना की गई वही बजरंग चौक स्थित मुनिबाबा मंदिर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने उपस्थित होकर भगवान श्री कृष्ण, पार्वती माता की पूजा अर्चना एवं आरती की, पूजन में महुआ, ज्वार की धानी,फूल माला, सिंदूर, हल्दी से रंगे हुए वस्त्र, सात प्रकार के अनाज चढ़ाये, पंडित नवीन शर्मा, वेंकटेश शर्मा द्वारा महिलाओं से छठ पर्व की पूजा अर्चना करवाई गई, वहीं इस पर्व के महत्व को कथा के माध्यम से बताया गया। इस अवसर पर मंदिर में मनोरमा तोमर, ममता पांचाल, पिंकी सोनी,प्रीति पटेल, नेहा शर्मा, अनीता वर्मा, ममता वर्मा, सानू वर्मा, बींदु वर्मा, नीतू वर्मा, गीतमाला वर्मा, प्रमिला गंगराड़े, रजनी श्रीमती जायसवाल, राजश्री पांचाल,चेतना गंगराड़े, श्वेता दाड सहीत बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।