पुलिस अधीक्षक खंडवा द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम खंडवा मे ली गई अपराध समीक्षा बैठक
खंडवा जावेद एलजी पुलिस अधीक्षक खंडवा श्री मनोज कुमार राय द्वारा दिनांक 22.04.25 को पुलिस कंट्रोल रूम खंडवा मे अपराध समीक्षा बैठक ली गई| बैठक मे जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री महेंद्र तारणेकर, नगर पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव कु
मार बारंगे, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अनिल सिंह चौहान, एसडीओपी हरसूद श्री लोकेश सिंह ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री आनंद स्वरूप सोनी, उप पुलिस अधीक्षक महिला प्रकोष्ठ श्रीमती नेहा पच्चीसिया, सहित जिले के समस्त थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक खंडवा द्वारा खंडवा जिले की अपराध समीक्षा बैठक प्रारम्भ करते हुए विगत माह की बैठक में दिये गये निर्देशों के पालन के सम्बन्ध में बात की गई। 2025 के आगामी माह के लिए सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारियों को अपनी प्राथमिकताओ से अवगत कराया गया। जिले में सायबर फ्रॉड के लिए एसओपी तैयार कर जिले के अंदर सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना जिससे सायबर ठगी की घटनाओ को रोका जा सके एवं सायबर ठगी की घटना होने पर आरोपियों के विरुद्ध तत्काल वैधानिक कार्यवाही की जा सके। साइबर जागरूकता अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाई जाये। जिले मे होने वाली दुर्घटनाओ को रोकने के लिए एवं सायबर ठगी से बचने के लिए आम जन को जागरूक करने के लिए थाना एवं जिला स्तर पर विशेष अभियान चलाए जाने की बात कही गई।
पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले मे नाबालिग बच्चे जो अभी तक दस्तयाब नहीं हुए है, उन्हे विशेष अभियान चलाकर राजपत्रित अधिकारी स्वयं की निगरानी मे तलाश करने के प्रयास सम्बन्धी निर्देश दिये गये।
संपत्ति संबंधी अपराधों मे अधिक से अधिक पतारसी कर माल मशरुका की बरामदगी हेतु निर्देश दिये। संपत्ति संबंधी चोरी की रोकथाम हेतु CCTV की ज्यादा से ज्यादा मदद लेकर अपरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने की बात कही गई है।
पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में बार-बार अपराध करने वाले अपराधियों के विरुद्ध गुंडा एवं निगरानी फाइल खोलने एवं निरंतर अपराध करने वाले बदमाशों के विरुद्ध जिला बदर की कार्यवाही करने के लिये सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिये गए।
पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में तीन माह से अधिक समय से लंबित अपराधों की समीक्षा करते हुए थानों मे लंबित अपराध, लंबित चालान, लंबित खात्मा, लंबित खारजी प्रकरणों एवं लंबित माल के शीघ्र निराकरण करने हेतु सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिये गये।
पुलिस अधीक्षक द्वारा गंभीर मामलों में थाना प्रभारी द्वारा स्वयं विवेचना नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की गई तथा भविष्य में गंभीर मामलों की विवेचना स्वयं थाना प्रभारियों को करने के निर्देश दिये गये।
गुंडे एवं अपराधी किस्म के व्यक्तियों की नियमित चेकिंग कर उनके विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को बेहतर थाना प्रबंधन के साथ साथ अपराधों के बृद्धि एवं कमी की समीक्षा किये जाने के निर्देश दिये।