कैदियों को राखी बाँध आपराधिक प्रवृत्ति त्यागने की दिलाई प्रतिज्ञा,

हिंदू बाल सेवा सदन के बच्चों को भी दीदीयो ने राखी बांध कराया मुंह मीठा,

    खंडवा।।  श्रावण के इस पवित्र माह में  प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय भाग्योदय भवन आनंद नगर खंडवा की बहनों द्वारा जिला जेल खंडवा में जाकर अधिकारीगण, पुलिसकर्मीयों सहित जेल में बंद लगभग 650 कैदियों को रक्षाबंधन के सूत्र बांधे मिठाई देकर एवं मुख मीठा कराया, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया की शनिवार को ईश्वरीय विश्वविद्यालय की दीदीयो द्वारा अनुमति प्राप्त कर शनिवार को जिला जेल पहुंच कर कैदियों को राखी बांधकर संदेश भी दिया, सुबह 11 बजे प्रारंभ हुए कार्यक्रम में संस्था की बीके संतोष दीदी, बीके किरण दीदी, बीके नीलू बहन, बीके कल्पना बहन, बीके मोना बहन एवं संगीता बहन मौजूद रही,  कैदियों को संबोधित करते हुए बी के संतोष दीदी ने रक्षाबंधन पर्व के अध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस महापर्व में विविध रस्मों में छिपे हुए मुख्य औचित्य को जानना आवश्यक है, रक्षाबंधन को संबंधों में पवित्रता के संबंध में देखा जाता है। राखी बांधने में भाई-बहनों की जाति, कुल, वर्ग, धर्म, देश आदि भी आड़े नहीं आते। यह भारतीय संस्कृति के वसुधैव कुटुंबकम का प्रतीक है। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर उन्हें मिष्ठान खिलाती हैं। मिठाई स्नेह और प्रेम का प्रतीक है। मिष्ठान खाने का अर्थ है। मुख से सदैव मीठे वचन बोलना, सभी के साथ मिल-जुलकर रहना और सभी को सम्मान और प्यार देना। इस तरह से राखी को भाई-बहन के पर्व के रूप में मनाया जाता है, जिसका सरल अर्थ संबंधों में पवित्रता और कार्यों में शुद्धता होता है,बी के नीलू बहन के द्वारा भी बंदियों को अपने द्वारा किए गए पाप कर्मों को परमात्मा के आगे समर्पण कर सच्चे मन से प्रायश्चित कर अब से श्रेष्ठ कर्म कर अपना जीवन परिवर्तन कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की मंगल कामना की। इस कार्यक्रम में जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी एवं ललित दीक्षित  के साथ  सभी स्टाफ कर्मचारियों एवं कैदियों को को ब्रह्माकुमारी बहनों ने राखी बांधी,

समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि गौरतलब है कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष रक्षाबंधन का पर्व अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है

जिसमे संस्था की ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा शहर की विभिन्न संस्थाओं, प्रशासनिक अधिकारीगणो, आश्रमों में जाकर ईश्वरीय राखी बांधी जाती है, इसी तारतम्य में शनिवार सायं 4 बजे ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा शहर के हिन्दू बाल सेवा सदन अनाथ आश्रम में जाकर नन्हे मुन्ने बच्चो को राखी बांधी जिसमें ब्रह्माकुमारी सुरेखा दीदी गायत्री बहन कृष्णा बहन सामिल थी और मुख मीठा कराया,इस अवसर पर संस्था के ब्रह्मा कुमार, हरेराम, गोपाल भाई और चंद्रकांत भाई उपस्थित हुए।

कैदियों को राखी बाँध आपराधिक प्रवृत्ति त्यागने की दिलाई प्रतिज्ञा,

हिंदू बाल सेवा सदन के बच्चों को भी दीदी खंडवा।। श्रावण के इस पवित्र माह में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय भाग्योदय भवन आनंद नगर खंडवा की बहनों द्वारा जिला जेल खंडवा में जाकर अधिकारीगण, पुलिसकर्मीयों सहित जेल में बंद लगभग 650 कैदियों को रक्षाबंधन के सूत्र बांधे मिठाई देकर एवं मुख मीठा कराया, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया की शनिवार को ईश्वरीय विश्वविद्यालय की दीदीयो द्वारा अनुमति प्राप्त कर शनिवार को जिला जेल पहुंच कर कैदियों को राखी बांधकर संदेश भी दिया, सुबह 11 बजे प्रारंभ हुए कार्यक्रम में संस्था की बीके संतोष दीदी, बीके किरण दीदी, बीके नीलू बहन, बीके कल्पना बहन, बीके मोना बहन एवं संगीता बहन मौजूद रही, कैदियों को संबोधित करते हुए बी के संतोष दीदी ने रक्षाबंधन पर्व के अध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस महापर्व में विविध रस्मों में छिपे हुए मुख्य औचित्य को जानना आवश्यक है, रक्षाबंधन को संबंधों में पवित्रता के संबंध में देखा जाता है। राखी बांधने में भाई-बहनों की जाति, कुल, वर्ग, धर्म, देश आदि भी आड़े नहीं आते। यह भारतीय संस्कृति के वसुधैव कुटुंबकम का प्रतीक है। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर उन्हें मिष्ठान खिलाती हैं। मिठाई स्नेह और प्रेम का प्रतीक है। मिष्ठान खाने का अर्थ है। मुख से सदैव मीठे वचन बोलना, सभी के साथ मिल-जुलकर रहना और सभी को सम्मान और प्यार देना। इस तरह से राखी को भाई-बहन के पर्व के रूप में मनाया जाता है, जिसका सरल अर्थ संबंधों में पवित्रता और कार्यों में शुद्धता होता है,बी के नीलू बहन के द्वारा भी बंदियों को अपने द्वारा किए गए पाप कर्मों को परमात्मा के आगे समर्पण कर सच्चे मन से प्रायश्चित कर अब से श्रेष्ठ कर्म कर अपना जीवन परिवर्तन कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की मंगल कामना की। इस कार्यक्रम में जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी एवं ललित दीक्षित के साथ सभी स्टाफ कर्मचारियों एवं कैदियों को को ब्रह्माकुमारी बहनों ने राखी बांधी,