नगर निगम की सख्त चेतावनी: चीरा खदान वसूली कैम्प में 10 हज़ार से अधिक बकाया वाले आवंटियों का आवंटन हो सकता है निरस्त

नगर निगम खंडवा ने बकायादारों पर सख्ती दिखाते हुए चीरा खदान में वसूली कैम्प का आयोजन किया, जिसमें उन सभी बकायादारों को चेतावनी दी गई जिनका बकाया 10 हज़ार रुपये से अधिक है। निगम आयुक्त श्री नीलेश दुबे के नेतृत्व में इस कैम्प का आयोजन हुआ, जिसमें उपायुक्त श्री एसआर सिटोले और उपायुक्त श्री प्रदीप जैन भी उपस्थित थे। कैम्प का मुख्य उद्देश्य नगर निगम द्वारा दी गई सुविधाओं के एवज में बकाया राशि की वसूली करना था।

चीरा खदान में आवंटियों को नियमानुसार 1500 रुपये की मासिक किस्त जमा करनी थी, लेकिन कई आवंटियों ने समय पर किस्त जमा नहीं की। इसके परिणामस्वरूप, कुछ बकायादारों की बकाया राशि 70 हज़ार रुपये तक पहुँच गई है, जो कि नियमानुसार अनियमितता की श्रेणी में आता है। नगर निगम ने ऐसे सभी बकायादारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है, जिसमें उनका आवंटन निरस्त कर नये आवंटियों को मौका देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

कैम्प में बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के अधिकारियों के साथ मिलकर नगर निगम आयुक्त ने बकायादारों को आगाह किया कि वे जल्द से जल्द अपनी बकाया राशि ब्याज सहित जमा कर दें, अन्यथा उनके आवंटन निरस्त कर दिए जाएंगे। यह सख्त कदम नगर निगम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगा।

आयुक्त श्री नीलेश दुबे ने स्पष्ट किया कि नगर निगम का यह कदम न केवल आर्थिक अनुशासन को सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि उन आवंटियों के लिए भी एक संदेश है जो अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ रहे हैं। निगम ने आवंटियों को दिए गए समय सीमा के अंदर बकाया राशि जमा करने की सख्त हिदायत दी है, जिससे कि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

इस वसूली अभियान के माध्यम से निगम यह सुनिश्चित करना चाहता है कि बकायादारों की ओर से कोई भी बकाया राशि लंबित न रहे, जिससे नगर निगम की विकास योजनाओं में कोई बाधा उत्पन्न न हो। नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि बकायादारों की अनदेखी को अब और सहन नहीं किया जाएगा, और समय पर भुगतान न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वसूली कैम्प की यह कार्रवाई नगर निगम खंडवा द्वारा की जा रही सख्ती और आर्थिक अनुशासन का प्रमाण है, जिससे भविष्य में सभी आवंटी समय पर अपनी किस्तों का भुगतान करें और नगर निगम की विकास योजनाओं में सक्रिय योगदान दें।

*नगर निगम की सख्त चेतावनी: चीरा खदान वसूली कैम्प में 10 हज़ार से अधिक बकाया वाले आवंटियों का आवंटन हो सकता है निरस्त*नगर निगम खंडवा ने बकायादारों पर सख्ती दिखाते हुए चीरा खदान में वसूली कैम्प का आयोजन किया, जिसमें उन सभी बकायादारों को चेतावनी दी गई जिनका बकाया 10 हज़ार रुपये से अधिक है। निगम आयुक्त श्री नीलेश दुबे के नेतृत्व में इस कैम्प का आयोजन हुआ, जिसमें उपायुक्त श्री एसआर सिटोले और उपायुक्त श्री प्रदीप जैन भी उपस्थित थे। कैम्प का मुख्य उद्देश्य नगर निगम द्वारा दी गई सुविधाओं के एवज में बकाया राशि की वसूली करना था। चीरा खदान में आवंटियों को नियमानुसार 1500 रुपये की मासिक किस्त जमा करनी थी, लेकिन कई आवंटियों ने समय पर किस्त जमा नहीं की। इसके परिणामस्वरूप, कुछ बकायादारों की बकाया राशि 70 हज़ार रुपये तक पहुँच गई है, जो कि नियमानुसार अनियमितता की श्रेणी में आता है। नगर निगम ने ऐसे सभी बकायादारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है, जिसमें उनका आवंटन निरस्त कर नये आवंटियों को मौका देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।कैम्प में बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के अधिकारियों के साथ मिलकर नगर निगम आयुक्त ने बकायादारों को आगाह किया कि वे जल्द से जल्द अपनी बकाया राशि ब्याज सहित जमा कर दें, अन्यथा उनके आवंटन निरस्त कर दिए जाएंगे। यह सख्त कदम नगर निगम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगा। आयुक्त श्री नीलेश दुबे ने स्पष्ट किया कि नगर निगम का यह कदम न केवल आर्थिक अनुशासन को सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि उन आवंटियों के लिए भी एक संदेश है जो अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ रहे हैं। निगम ने आवंटियों को दिए गए समय सीमा के अंदर बकाया राशि जमा करने की सख्त हिदायत दी है, जिससे कि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इस वसूली अभियान के माध्यम से निगम यह सुनिश्चित करना चाहता है कि बकायादारों की ओर से कोई भी बकाया राशि लंबित न रहे, जिससे नगर निगम की विकास योजनाओं में कोई बाधा उत्पन्न न हो। नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि बकायादारों की अनदेखी को अब और सहन नहीं किया जाएगा, और समय पर भुगतान न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वसूली कैम्प की यह कार्रवाई नगर निगम खंडवा द्वारा की जा रही सख्ती और आर्थिक अनुशासन का प्रमाण है, जिससे भविष्य में सभी आवंटी समय पर अपनी किस्तों का भुगतान करें और नगर निगम की विकास योजनाओं में सक्रिय योगदान दें।