मानसिक रूप से यूपी की अस्वस्थ परिवार से दूर हुई महिला को मिला परिवार,
6 महीने की काउंसलिंग से बुजुर्ग महिला मालती देवी की पहचान हुई उनके पुत्र प्रदीप दुबे खंडवा पहुंचे और उन्हें ले गए,
- खंडवा(जावेद एलजी)
) दादा जी की इस पावन नगरी में असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं, यूपी की एक बुजुर्ग महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण वह अपने परिवार से बीछड गई थी, 26 अगस्त 2024 को यह महिला खंडवा पहुंच गई, एसएन कॉलेज के पीछे यह महिला धुमती मिली, जिसे नीलू पांडे द्वारा दादाजी वृद्ध आश्रम की संचालीका अनीता सिंह को जानकारी दी, दोनों महिला को पुलिस थाना लेकर गए एवं पुलिस को उनकी जानकारी प्रदान की पुलिस द्वारा लीखा पढी करने के पश्चात बुजुर्ग महिला को वृद्ध आश्रम के लिए अनीता सिंह को सोंपा गया, अनीता सिंह द्वारा बुजुर्ग महिला की सेवा के साथ ही उसका उपचार भी करवाया गया और उससे पूछताछ करते रहे, समाजसेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि अभी फिलहाल में जिला मुख्यालय खंडवा में कोई भी शासकीय रूप से वृद्ध आश्रम नहीं है लेकिन समाजसेवीका अनीता सिंह चौहान वर्षों से वृद्ध आश्रम के माध्यम से बुजुर्ग महिला एवं पुरुषों की सेवा कर रही है, यूपी की यह महिला भी इसी वृद्ध आश्रम में रुकी हुई थी और यहां काफी घुल मिल गई थी,लगातार संस्था की काउंसलर नीलम मैथिल शारदा मीणा भारती नलावडे और अनीता सिंह चौहान के प्रयासों से उनके परिवार की जानकारी प्राप्त हुई, बुजुर्ग महिला मालती देवी दुबे यूपी के मिर्जापुर में रहती थी वहां के थाने से संपर्क किया गया तो पता चला कि उनका बेटा चेन्नई चला गया है, कुछ दिन के पश्चात चेन्नई में रह रहे उनके पुत्र से चर्चा की गई एवं बुजुर्ग महिला की सूचना दी गई, वर्तमान में चेन्नई में रह रहे बुजुर्ग महिला के सुपुत्र प्रदीप दुबे खंडवा पहुंचे और अपनी मां को अपने साथ अपने गांव ले गए, प्रदीप दुबे ने बताया कि मां के गुम हो जाने के पश्चात लगातार उसे हम खोज रहे थे, प्रदीप दुबे ने वृद्ध आश्रम की अनीता सिंह के साथ सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि विगत कई वर्षों से हमारे शहर में श्री दादाजी वृद्ध आश्रम का संचालन अनीता सिंह चौहान करती आ रही है। अपने सामाजिक एवं पारिवारिक बंधन के साथ बहुत ही सरलता एवं आत्मीयता भाव से सभी को लेकर अपने शहर में योगदान दे रही है। आज इन्हीं की इस सफल सेवा कडी में आज फिर एक गुम परिवार को मिलवाया गया । आश्रम में मानसिक रूप से असहज अज्ञात महिला को कोई छोड़ गया था, नीलम मैथिल शारदा मीणा के अथक प्रयास से उनके परिवार की जानकारी एवं उनके निवास स्थान आदि की जानकारी एकत्रित की गई ,इसके पश्चात स्थानीय प्रशासन एवं उत्तर प्रदेश पुलिस से संपर्क कर उनकी फोटो आदि की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे काउंसलरों ने कड़ी मेहनत की जिसके प्रचार प्रसार से लगातार विभिन्न क्षेत्रों के पुलिस प्रशासन से संपर्क किया,जिसका परिणाम है कि आज उनके पुत्र प्रदीप दुबे इन्हें अपने साथ लेने खंडवा पहुंचे, रविवार शाम को बुजुर्ग महिला के पुत्र प्रदीप दुबे जब अपनी मां को ले जाने वाले थे तब आश्रम में मौजूद सभी महिलाओं की आंखों में आंसू थे, अनीता सिंह द्वारा इसके पूर्व भी कई बुजुर्गों एवं बच्चों को काउंसलिंग के माध्यम से उनके घर भिजवाया गया है,बुजुर्ग महिला की की बीदाई के समय अनीता सिंह चौहान, मुकेश मैथील, समाजसेवी सुनील जैन, डॉक्टर राधेश्याम पटेल, संस्था में संचालन भारती नलवारे, अर्जुन बारे, कल्पना, गायत्री प्रजापति,अर्जुन मीणा उपस्थित थे।