विकास की दृष्टि से निमाड़ को संभाग का दर्जा एवं संभाग का मुख्यालय खंडवा हो को लेकर सांसद श्री पाटिल एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री यादव को सोंपा पत्र,
विकास की दृष्टि से निमाड़ को संभाग का दर्जा एवं संभाग का मुख्यालय खंडवा हो को लेकर सांसद श्री पाटिल एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री यादव को सोंपा पत्र
भौगोलिक एवं सभी दृष्टि से संभाग का मुख्यालय खंडवा उपयुक्त होगा सांसद श्री पाटिल,
खंडवा।। वर्षों से इंदौर संभाग बना हुआ है लेकिन इसका लाभ निमाड को व्यवस्थित रूप से प्राप्त नहीं हो पा रहा था, संभाग बनने से तेजी से विकास के द्वार खुलेंगे, शासन स्तर पर खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर,बड़वानी जिलों को मिलाकर निमाड़ संभाग का गठन किया जाना है, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी है, खंडवा बुरहानपुर जिले की जनप्रतिनिधि चाहते हैं कि निमाड संभाग का मुख्यालय खंडवा हो ताकि विकास कार्यों को गति प्राप्त हो सके, समाजसेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि निमाड़ संभाग और इसका मुख्यालय खंडवा बन जाने से खंडवा, बुरहानपुर जिलों में बड़े विकास कार्यों को गति मिलेगी, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने संभाग का मुख्यालय खंडवा हो और साथ ही खंडवा संसदीय क्षेत्र के के विकास कार्यों को लेकर शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से जिले के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल में संभाग का मुख्यालय खंडवा हो और अन्य विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री यादव जी को अनुरोध किया कि संवाद का मुख्यालय खंडवा होता है तो खंडवा और बुरहानपुर में विकास कार्यों को गति मिलेगी और क्षेत्र क्षेत्र का तेजी से विकास होगा जो हमारे क्षेत्र की जनता की मांग हें, प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि इच्छा शक्ति और सामूहिक प्रयास से ही हर कार्य में सफलता मिलती है, शुक्रवार को सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने जन प्रतिनिधियो खंडवा विधायक कंचन मुकेश तनवे, मांधाता विधायक नारायण पटेल, पंधाना विधायक छाया मोरे, नेपानगर विधायक मंजू दादू, अरुण सिंह मुन्ना, विधायक प्रतिनिधि मुकेश तनवे, चंद्रेश पचौरी एवं पार्टी के पदाधिकारी के साथ मुख्यमंत्री श्री यादव से मुलाकात कर निमाड़ को संभाग का दर्जा देकर संभाग का मुख्यालय खंडवा बनाने का पत्र सोंपकर कर अनुरोध किया, सांसद श्री पाटिल द्वारा लिखे गए पत्र में अनुरोध किया गया कि मेरे संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत खंडवा, बुरहानपुर, एवं खरगौन जिले का क्षेत्र आता है। वर्तमान में इंदौर संभाग होने से शासकीयकार्यों का संपादन इंदौर से होता है।इंदौर की दूरी क्रमश: खंडवा से 130 कि.मी., बुरहानपुर से 200 कि.मी., खरगौनसे 140 कि.मी. तथा बड़वानी से 180 कि.मी. है। इस कारण आम जनता को संभागीय कार्यों में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी प्रकार खंडवा में निम्नांकित सुविधाएं भी उपलब्ध है खंडवा जिले में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। जिसके दर्शनार्थ बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है,खंडवा में हनुवंतिया पर्यटन स्थल एवं सैलानी ओंकारेश्वर के पास साहसिक पर्यटन स्थल है, यह इंदिरा सागर के बैक वाटर पर स्थित है। यह पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते है। क्षेत्र में दो ताप विद्युत परियोजना, दो जल विद्युत परियोजना एवं अन्य स्थानों पर सोलर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन हो रहा है। खंडवा में एक मात्र शासकीय मेडिकल कॉलेज है, जिससे खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन तथा
बड़वानी जिलों को स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त है। खंडवा रेल जंक्शन होने से समीपवर्ती जिलों को अवागमन की सुविधा है जिसमें मुंबई,दिल्ली, कोलकाता, जयपुर, अजमेर, इंदौर, अकोला, हैदराबाद से सीधी रेल कनेक्टिविटी से
- जुड़ा है। खंडवा में इनकम टैक्स एवं जी.एस.टी. का संभागीय कार्यालय संचालित है। खंडवा में हवाई पट्टी होने से वायुयान से आवाजाही हेतु सुविधाजनक स्थान है। यह जिला इंदौर-इच्छापुर, -हैदराबाद- बैतूल-खंडवा-बड़ोदरा राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ने से आवागमन एवं माल परिवहन में सुविधा होगी।