खंडवा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव नगर निगम प्रांगण में हर्षोल्लास से मनाया गया

(जावेद*गीता के सार को जन-जन तक पहुंचाने का अद्भुत प्रयास*अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का भव्य आयोजन नगर निगम प्रांगण, खंडवा में संपन्न हुआ। यह आयोजन गीता के ज्ञान को आम जनमानस तक पहुंचाने और इसके महत्व को समझाने के उद्देश्य से किया गया। कार्यक्रम के तहत एक भव्य प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें गीता से संबंधित श्लोक, उनके अर्थ, घटनाओं के चित्र और उनका विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया।

*दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण से हुआ शुभारंभ*कार्यक्रम का शुभारंभ महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव, श्रीमती पिंकी वानखेड़े, अध्यक्ष श्री अनिल विश्वकर्मा, सभी एमआईसी सदस्य, सेवादास पटेल, श्री राजेश तिवारी, साहित्यकार श्री श्रीराम परिहार, कलेक्टर श्री अनूप कुमार और पुलिस अधीक्षक श्री मनोज राय ने भगवान श्रीकृष्ण एवं सरस्वती माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन करके किया। शुभारंभ के इस पावन क्षण में गीता के श्लोकों की गूंज ने पूरे प्रांगण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।*अतिथियों का स्वागत एवं उद्घाटन संबोधन*उपायुक्त श्री एस.आर. सिटोले ने मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर कार्यपालन यंत्री श्री राधेश्याम उपाध्याय और श्रीमती वर्षा घिडोड़े ने भी अपने सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाया। मंच से अतिथियों ने गीता के महत्व और उसके शिक्षाप्रद संदेशों पर अपने विचार व्यक्त किए।*सामूहिक सस्वर गीता पाठ का आयोजन*कार्यक्रम के मुख्य आकर्षणों में से एक सामूहिक सस्वर गीता पाठ था। नगर निगम प्रांगण में एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी, जिस पर भोपाल से हो रहे लाइव प्रसारण के माध्यम से सामूहिक गीता पाठ का श्रवण किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक, अधिकारी, कर्मचारी, विद्यालय के बच्चे और एनसीसी कैडेट्स शामिल हुए। इस लाइव प्रसारण के बाद इस्कॉन (ISKCON) से आए आचार्यों ने नगर निगम प्रांगण में भी गीता का सस्वर पाठ किया।*साहित्यकार श्रीराम परिहार का प्रेरणादायक व्याख्यान*खंडवा के प्रख्यात साहित्यकार श्री श्रीराम परिहार ने गीता के महत्व और व्यावहारिक जीवन में उसकी प्रासंगिकता पर प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि गीता को ‘दैव वाणी’ कहा जाता है क्योंकि यह पूरे ब्रह्मांड में व्याप्त है। उन्होंने कहा, “हमारे मुंह से निकले शब्द कभी समाप्त नहीं होते, वे ऊर्जा के रूप में हमेशा विद्यमान रहते हैं। यही कारण है कि इन्हें ‘अक्षर’ कहा गया है, जिसका अर्थ है ’जो कभी नष्ट न हो।” तो गीता तो देव वाणी है सोचिए इसका विस्तार कहाँ तक होगा । श्री परिहार ने गीता को ज्ञान और विज्ञान का सबसे सटीक मिश्रण बताया। उन्होंने गीता को समझने के लिए तीन महत्वपूर्ण सूत्र भी दिए: ईमानदारी, शुद्ध वातावरण एवं संरक्षण, और प्रेम।*मुख्यमंत्री के लाइव प्रसारण का हिस्सा बने नागरिक*कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के लाइव प्रसारण को देखा। मुख्यमंत्री ने गीता के महत्व को विस्तृत रूप से समझाया और इस शुभ अवसर पर लाड़ली बहना योजना के तहत दिसंबर 2024 की राशि का सिंगल क्लिक के माध्यम से लाभार्थियों को हस्तांतरित किया। इसके साथ ही, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत 55 लाख हितग्राहियों को ₹334.38 करोड़ की राशि का भी सिंगल क्लिक के माध्यम से हस्तांतरण किया गया।*नृत्य प्रस्तुति ने बांधा समा*कार्यक्रम के अंतिम चरण में नंदनी और उनकी टीम ने प्रसिद्ध संगीतकार रविंद्र जैन के भजनों पर भव्य नृत्य प्रस्तुति दी। उनकी प्रस्तुति ने पूरे कार्यक्रम में समां बांध दिया। यह प्रस्तुति न केवल मनोरंजन से परिपूर्ण थी, बल्कि इसमें आध्यात्मिक भावनाओं का भी समावेश था, जिसने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।*आभार प्रदर्शन और समापन*कार्यक्रम के समापन अवसर पर अध्यक्ष श्री अनिल विश्वकर्मा ने सभी अतिथियों, गणमान्य नागरिकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, विद्यालय के बच्चों, एनसीसी कैडेट्स और अन्य सभी उपस्थितजनों का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव का यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमें गीता के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा भी देता है।*प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति*इस अवसर पर महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, जिला महामंत्री के साथ एमआईसी सदस्य श्री सोमनाथ काले, श्री राजेश यादव, श्री विक्की भानवरे, श्री अनिल वर्मा, श्री आशीष चटकले, श्रीमती उषा दीना पवार सहित अन्य पार्षदगण और नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।*कार्यक्रम की विशेषता*यह आयोजन आध्यात्मिकता, ज्ञान, संस्कृति और सामाजिक जुड़ाव का अद्वितीय उदाहरण था। नगर निगम प्रांगण में आयोजित इस गीता महोत्सव ने न केवल गीता के शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया, बल्कि इसके माध्यम से समाज में सकारात्मकता और आध्यात्मिक चेतना का भी संचार किया। इस प्रकार, यह आयोजन हर दृष्टिकोण से सफल और प्रेरणादायक सिद्ध हुआ।जनसंपर्क नगर पालिक निगम खंडवा